ये मनीराम यादव हैं
लखनऊ के पॉलिटेक्निक चौराहे पर ट्रैफिक में तैनात हैं। 42 डिग्री टेंपरेचर, झुलसाने वाली गर्मी, शरीर का ग्लूकोस निचोड़ने वाली सूरज की किरणों के दरमियान दिनभर इधर से उधर भागते रहते हैं और ट्रैफिक कंट्रोल करते हैं।
एक हाथ से डायरेक्शन देते हैं दूसरे से पसीना पोंछते हैं। चेहरा लाल हो जाता है, सांस फूलने लगती हैं लेकिन नौकरी और फर्ज सिचुएशन नहीं देखता
हम और आप 2 मिनट ट्रैफिक में फंस जाते हैं तो इरिटेट होने लगते हैं, लेकिन मनीराम जी का यह रोज का काम है।
हर वह पुलिसकर्मी जो इस गर्मी में खुले आसमान के नीचे अपनी ड्यूटी कर रहा है उसको हमारा सलाम

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