सत्य को परास्त करना सम्भव ही नही वरन नामुमकिन भी है स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज राजेश तिवारी

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सत्य को परास्त करना सम्भव ही नही वरन नामुमकिन भी है स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज राजेश तिवारी

सत्य का वजूद मिटाना किसी के बस की बात नही।एक सत्य ही तो है जो सबको मिटाने की कूबत रखता है।

प्रयागराज
तस्वीर न्यूज़ से ब्यूरो चीफ विश्वनाथ प्रताप सिंह

सत्य को परास्त करना सम्भव ही नही वरन नामुमकिन भी है यह अभिव्यक्ति स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज मेजा प्रयागराज के ग्राम पंचायत बकचून्दा निवासी राजेश तिवारी ने वरिष्ठ समाजसेवी पं०हरि मोहन पाण्डेय से उनके ग्राम पंचायत चौकी मेजा प्रयागराज में वरिष्ठ समाजसेवी एवं किसान यूनियन किसान प्रयागराज के मण्डल प्रभारी पं० रामशिरोमणि तिवारी के भतीजे के तिलकोत्सव कार्यक्रम के दिन कही।खबर का व्याख्यान कराते चले कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज श्री तिवारी एवं वरिष्ठ समाजसेवी श्री पाण्डेय के बीच बहुत ही घनिष्ठतम पारिवारिक सम्बन्ध हैं और दोनों ही सम्भ्रान्त जन एक दूसरे के सुख-दुःख में अवश्य सहभागिता करते रहते हैं।वरिष्ठ समाजसेवी एवं किसान यूनियन किसान प्रयागराज के मण्डल प्रभारी पं० रामशिरोमणि तिवारी के भतीजे के तिलकोत्सव कार्यक्रम में शिरकत करने हेतु स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज श्री तिवारी चौकी मेजा प्रयागराज पधारे हुए थे उसी दरमियान दोनों ही सम्भ्रान्त जनों की आपसी सौहार्दपूर्ण भेंटवार्ता हुई।आपसी सौहार्दपूर्ण साहित्यिक परिचर्चा के दौरान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज श्री तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि सत्य को परास्त करना सम्भव ही नही वरन नामुमकिन भी है क्योंकि सत्य ही ईश्वर है एवं न्याय ही उनका निवास स्थल है।सत्य जनित आत्मा में साक्षात ईश्वर का वाश हो जाता है और जिस आत्मा में स्वतः ईश्वर का वाश हो तो भला इस दुनिया में ऐसा कौन है जो उस आत्मा को हरा सकता है।स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज श्री तिवारी ने आगे कहा कि ईश्वर तो भक्त के वश में रहता है पर उसे बुलाने हेतु सत्य एवं न्याय रुपी ध्रुवात्मा की जरुरत होती है युग चाहे जो भी हो।प्रभू श्रीराम ने अयोध्यापुरी और प्रभू श्रीकृष्ण ने मथुरापुरी को स्वर्ग बनाया और उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के मेजा को जो मेजापुरी बनवा ले वही प्रह्लाद रुपी इस मेजा का महालाल है जो ईश्वर का अंशावतारी कहलाएगा।माता और मातृभूमि किसी भी व्यक्ति के लिए स्वर्ग के समान होती है।अपने मातृभूमि को स्वर्ग बनाने में यदि प्राण भी छूट जाए तो भी वह व्यक्ति धन्य है और उसे स्वर्गलोक प्राप्त होगा जहाँ ईश्वर की कृपा उस पर निरन्तर बनी रहेगी।स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज श्री तिवारी ने आगे अपने व्यक्तव्य में यह भी कहा कि सत्य का वजूद मिटाना किसी के बस की बात नही,एक सत्य ही तो है जो सबको मिटाने की कूबत रखता है।इस साहित्यिक एवं आध्यात्मिक परिचर्चा के दौरान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज श्री तिवारी के साथ वरिष्ठ समाजसेवी पं०हरि मोहन पाण्डेय, वरिष्ठ समाजसेवी एवं जेबीएन फाउण्डेशन संस्थापक पं०राकेश मिश्र,अधिवक्ता दुर्गेश तिवारी,समाजसेवी एवं नवयुवक नेता तपस्वी तिवारी एवं अध्यक्ष भाजपा मण्डल युवा मोर्चा सूरज शुक्ला(सत्या) सहित आस पास बहुत से क्षेत्रीय गणमान्य जन उपस्थित रहे।

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