प्रयागराज। में अपने बड़े भाई की प्रेम कहानी को अंजाम तक पहुंचाने के लिए छोटा भाई कातिल बन गया। करछना पुलिस ने धीरज मिश्रा मर्डर केस के खुलासे में कुछ यही कहानी सामने आई है। पुलिस ने मामले में बसई नटका निवासी विपिन मिश्रा को गिरफ्तार किया है। उसके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त हथौड़ा, मोबाइल फोन और खून से सना तिरपाल का टुकड़ा बरामद किया है। पुलिस अब आरोपी को जेल भेजने की तैयारी कर रही है। डीसीपी विपिन चंद्र यादव ने बताया कि हत्यारोपी विपिन मिश्रा ने पुलिस के सामने अपने कबूलनामे में कहा कि उसका बड़ा भाई धीरज उर्फ अविनाश मिश्रा, मृतक धीरज मिश्रा (पुत्र राजकुमार मिश्रा) की पत्नी से प्रेम करता था। उसे पाने की हर कोशिश मृतक के जीवित रहते संभव नहीं थी। इसलिए बड़े भाई के कहने पर छोटे भाई ने धीरज की हत्या कर दी और शव को गाँव के पास स्थित नहर में फेंककर फरार हो गया। इंस्पेक्टर अनूप सरोज के मुताबिक, 6 मई 2025 को सुखे नहर में एक अज्ञात शव मिलने की सूचना थाना करछना पुलिस को मिली थी। पुलिस ने मौके पर पहुँचकर शव की शिनाख्त धीरज मिश्रा पुत्र राजकुमार मिश्रा निवासी मेढ़वली, थाना इमलिया, जिला सीधी (मध्यप्रदेश) के रूप में की। परिजनों की तहरीर पर अज्ञात के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई। जांच के दौरान पुलिस ने मृतक के घरवालों के कॉल डिटेल्स खंगाले, जिसमें मृतक की पत्नी के फोन पर बार-बार एक ही नंबर से बातचीत होने की जानकारी मिली। इसी आधार पर पुलिस ने उस नंबर के मालिक धीरज उर्फ अविनाश से पूछताछ शुरू की। पूछताछ में आरोपी ने वारदात की साजिश रचने और अपने छोटे भाई विपिन को हत्या में शामिल करने की बात कबूल कर ली। पुलिस ने उसके बयान और घटनास्थल से मिले वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर 12 मई को भीरपुर अंडरपास के पास से कातिल विपिन मिश्रा पुत्र चन्द्रदेव मिश्रा निवासी ग्राम बसई नटका,थाना करछना को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने हत्या की बात स्वीकार की। प्रयागराज में अपने बड़े भाई की प्रेम कहानी को अंजाम तक पहुंचाने के लिए छोटा भाई कातिल बन गया। करछना पुलिस ने धीरज मिश्रा मर्डर केस के खुलासे में कुछ यही कहानी सामने आई है। पुलिस ने मामले में बसई नटका निवासी विपिन मिश्रा को गिरफ्तार किया है। उसके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त हथौड़ा, मोबाइल फोन और खून से सना तिरपाल का टुकड़ा बरामद किया है। पुलिस अब आरोपी को जेल भेजने की तैयारी कर रही है।डीसीपी विपिन चंद्र यादव ने बताया कि हत्यारोपी विपिन मिश्रा ने पुलिस के सामने अपने कबूलनामे में कहा कि उसका बड़ा भाई धीरज उर्फ अविनाश मिश्रा, मृतक धीरज मिश्रा (पुत्र राजकुमार मिश्रा) की पत्नी से प्रेम करता था। उसे पाने की हर कोशिश मृतक के जीवित रहते संभव नहीं थी। इसलिए बड़े भाई के कहने पर छोटे भाई ने धीरज की हत्या कर दी और शव को गाँव के पास स्थित नहर में फेंककर फरार हो गया।इंस्पेक्टर अनूप सरोज के मुताबिक, 6 मई 2025 को सुखे नहर में एक अज्ञात शव मिलने की सूचना थाना करछना पुलिस को मिली थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव की शिनाख्त धीरज मिश्रा पुत्र राजकुमार मिश्रा निवासी मेढ़वली, थाना इमलिया, जिला सीधी (मध्यप्रदेश) के रूप में की। परिजनों की तहरीर पर अज्ञात के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई। जांच के दौरान पुलिस ने मृतक के घरवालों के कॉल डिटेल्स खंगाले, जिसमें मृतक की पत्नी के फोन पर बार-बार एक ही नंबर से बातचीत होने की जानकारी मिली। इसी आधार पर पुलिस ने उस नंबर के मालिक धीरज उर्फ अविनाश से पूछताछ शुरू की। पूछताछ में आरोपी ने वारदात की साजिश रचने और अपने छोटे भाई विपिन को हत्या में शामिल करने की बात कबूल कर ली।पुलिस ने उसके बयान और घटनास्थल से मिले वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर 12 मई को भीरपुर अंडरपास के पास से कातिल विपिन मिश्रा पुत्र चन्द्रदेव मिश्रा निवासी ग्राम बसई नटका, थाना करछना को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने हत्या की बात स्वीकार की। हत्यारोपी विपिन ने बताया कि उसके बड़े भाई ने मृतक को गोशाला बुलाकर उधार लिए पैसे वापस करने की बात कही थी। पैसे देने के बाद जैसे ही मृतक पीछे मुड़ा, विपिन ने उसके सिर पर हथौड़े से वार किया। मृतक मुंह के बल गिर पड़ा, इसके बाद उसकी पीठ और गर्दन पर कई वार कर हत्या कर दी गई। फिर शव को तिरपाल में लपेटकर सूखी नहर में फेंक दिया गया। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर गोशाला से हथौड़ा, घोड़ेडीह से मोबाइल फोन और खून सना तिरपाल बरामद कर लिया है। मामले में धारा 103(1) बीएनएस के साथ-साथ धारा 238 बीएनएस भी बढ़ाई गई है। आगे की विधिक कार्रवाई जारी है।

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