गोण्डा । जिले में स्थित कोडर झील को अब पर्यटकों के लिए एक प्रमुख स्थल बनाने की दिशा में बड़े कदम उठाए जा रहे हैं। जिला प्रशासन की पहल पर, इस क्षेत्र का सौंदर्यीकरण, मछली पालन, पौधरोपण और अन्य विकास कार्य शुरू हो चुके हैं।
प्राकृतिक सौंदर्य: कोडर झील का ऐतिहासिक और प्राकृतिक महत्व इसे एक अनमोल धरोहर बनाता है। यहां प्रवासी पक्षी भी आते हैं, जो इसे और भी खास बनाते हैं।
विकास कार्य: वन विभाग द्वारा 6400 पौधों का रोपण, मछली पालन के लिए फिश केज की स्थापना, और मनरेगा के तहत तट सुद्धीकरण जैसे कार्य यहां चल रहे हैं।
महिला सशक्तिकरण: राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 35 महिलाओं को जलकुम्भी से बने उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जो उन्हें आत्मनिर्भर बनाएगा।
ईको टूरिज्म: कोडर झील को अब ईको टूरिज्म के तहत एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा, जो न केवल पर्यटकों को आकर्षित करेगा, बल्कि स्थानीय समुदाय को भी रोजगार के नए अवसर प्रदान करेगा।
इस पहल से गोण्डा जिले को पर्यटन के नए आयाम मिलेंगे और क्षेत्रीय विकास को गति मिलेगी।

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