गोंडा में झाड़ फूंक में गई लड़की की जान:बुखार से बीमार थी मृतक कविता,

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गोंडा के नवाबगंज थाना क्षेत्र के कनकपुर निवासी एक परिवार की दुखद कहानी सामने आई है। बुखार से पीड़ित कविता (18) को उसके पिता पहले अयोध्या के श्री राम हॉस्पिटल ले गए। वहां 12 दिन के इलाज से आराम नहीं मिला। इसके बाद परिजन 3 दिन पहले कविता को गोंडा के दरगाह हजरत गुप्ती शहीद शाह बाबा की मजार पर ले गए।

नवाबगंज के धर्म पुरवा में स्थित इस मजार पर तीन दिनों तक झाड़-फूंक का सिलसिला चला। कविता की मां राधा भी बृहस्पतिवार से मजार पर मौजूद थी। परिजनों का मानना था कि कविता पर शैतानी साया है। लेकिन कल देर शाम झाड़-फूंक के दौरान ही कविता की मौत हो गई। मौत के बाद मजार के कर्ताधर्ता मौके से फरार हो गए। नवाबगंज पुलिस मामले की जांच कर रही है।

कविता लंबे समय से बुखार से पीड़ित थी। मेडिकल इलाज से आराम न मिलने पर परिजनों ने अंधविश्वास का सहारा लिया। अब परिजनों के पास पछतावे के अलावा कुछ नहीं बचा है।मजार के कर्ता धर्ता और अध्यक्ष अखलाक अहमद इस घटना के बाद मौके से फरार हो गए हैं। सूचना पाकर मौके पर पहुंची नवाबगंज थाने की पुलिस द्वारा मृतक 18 वर्षीय कविता देवी के शव को कब्जे में लेकर पंचायतनामा कराकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा।

दरअसल नवाबगंज गिर्द ग्राम पंचायत के धर्म पुरवा में स्थित मजार पर काफी संख्या में लोग झाड़ फूंक करवाने के लिए आते रहते हैं। यहां पर अक्सर लोगों की भीड़ भी लगी रहती है।

बाकायदा इस मजार के संचालन के लिए एक समिति भी बनी हुई है। बाहर से आने वाले व्यक्ति मजार में बने ही आवास में रहते हैं और यहीं पर दान भी देते हैं। अगर पीड़ित बाबा मृतक कविता की जो पिता बाबा है, उनकी बात करें तो आर्थिक स्थिति काफी ठीक नहीं है। वह ऑटो चलते हैं और उनका बेटा गांव में ट्रैक्टर चलाकर के परिवार का भरण पोषण करता है।

मृतक कविता की शादी 1 साल पहले हुई थी मृतक कविता की शादी 1 साल पहले लखीमपुर जिले के गोला गोकर्णनाथ गांव निवासी संतोष के साथ हुई थी। ज्यादा पैसा ना होने के कारण वह अयोध्या की श्री राम हॉस्पिटल से रेफर करवा करके दरगाह हजरत मुफ्ती शहीद शाह बाबा मजार पर लेकर के आए हुए थे। यहां के अध्यक्ष अखलाक अहमद द्वारा मजार का और दरगाह का संचालन किया जाता है।

वही पीड़ित पिता बाबा ने बताया- पहले हमारी बेटी की कमर में दर्द था श्री राम अस्पताल में हम इलाज करवाने के लिए लेकर अयोध्या गए थे। 12 दिन वहां पर डॉक्टरों ने इलाज किया, लेकिन ठीक नहीं हुआ तो उन लोगों ने कहा कि इसको कुछ शैतानी माया सता रही है। इसको ले जाकर के दिखाइए। उसके बाद हम इस मजार पर लेकर के गए। वहां पर झाड़ फूंक हुआ और उसके बाद मौत हो गई है। वहां पर हम तीन दिन तक थे।

लाश हमारी बेटी की गोंडा में गई हुई है अभी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। वहीं पूरे मामले को लेकर के नवाबगंज थाना अध्यक्ष अभय सिंह ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर की पोस्टमॉर्टम के लिए हमने भेज दिया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा। परिजनों ने अभी कोई तहरीर नहीं दी है।

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